झलप के सिंघनपुर पंचायत के सचिव डुगेश्वर साहू पर भ्रष्टाचार सहित कई गंभीर आरोप, जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री और पंचायत मंत्री से सचिव को हटाने की मांग
जिले के जनपद, एवं जिला सीईओ को लिखा
पत्र
जनधारा समाचार |
रायपुर/महासमुंद (झलप)- ग्राम पंचायत सिंघनपुर के सचिव डुगेश्वर साहू के लचर
कार्यप्रणाली और पंचायत के प्रति सचिव द्वारा अपनाएँ जा रहे उदासीन रवैय्य से
परेशान सरपंच, पंच एवं ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंचायत मंत्री टी
एस सिंहदेव सहित जिला, जनपद सीईओ के पास सचिव को हटाने की मांग की गई है |
पंचायत के सरपंच धनेश्वरी बरिहा ने सचिव
डुगेश्वर साहू पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले दो वर्षों में गुमराह कर कई
चेक में हस्ताक्षर करवा लिया गया | जिससे शासन की लाखों रूपये का वित्तीय अनियमितता करने का
अंदेशा है | इसके अलावा सरपंच के पास रहने वाली DSC और वित्तीय अधिकार को छीन कर सचिव द्वारा फर्जी तरीके से हड़प
लेने का भी आरोप लगाया है | उन्होंने कहा कि सचिव डुगेश्वर साहू जनपद के अलावा
अन्यत्र जगह से पैसा निकाल कर रख लेता है और पंच,
सरपंच को जानकारी नहीं देते । साथ ही
सचिव के द्वारा भ्रष्टाचार करने की नियत से DSC
के माध्यम से अपने परिचित के ट्रेडर्स
के पास भुगतान कर पंचायत की राशि को डकारने का काम जमकर किया जा रहा है।
सरपंच पति एवं प्रतिनिधि मंजीत भास्कर
ने बताया कि सचिव डुगेश्वर साहू द्वारा पंच,
सरपंच के साथ अभद्र व्यवहार भी किया
जाता है | साथ ही ग्रामसभा की बैठक शासन द्वारा तय तारीख के अनुसार नहीं लिया जाता
जिससे ग्राम पंचायत सिंघनपुर का विकास कार्य बाधित हो रहा है | उन्होंने कहा कि
सचिव डुगेश्वर साहू से जब सरपंच एवं पंच द्वारा ग्रामसभा में एजेण्डा के अनुसार
आय-व्यय एवं विभिन्न मद में आये हुए शासकीय राशि की जानकारी मांगने पर नेतागिरी का
धौस दिखाते हुए मेरा कुछ नहीं कर सकते जैसे शब्दों का उपयोग करते हुए
जनप्रतिनिधियों के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है |
पंचायत के पांच प्रतिनिधि ने कहा कि छत्तीसगढ़
शासन की महत्वपूर्ण योजना नरवा, गरवा, घुरवा अऊ बाडी को सचिव डुगेश्वर साहू द्वारा धूमिल करने की
मंशा से शासन द्वारा चलाये जा रहे "गोधन न्याय योजना के तहत किसानों द्वारा
गोबर बेचा गया है जिसे सचिव द्वारा बिना तौले ही ख़रीदा गया | वहीं जिन किसानों ने गोबर
बेचें है उनको आज तक उचित राशि नहीं दी गई
| जिस करण से किसानों द्वारा गौठान में गोबर बेचना बंद कर दिए गये है।
ग्राम पंचायत सिंघनपुर में रोजगार सहायक
बर्खास्त होने के बावजूद सचिव डुगेश्वर साहू द्वारा मनरेगा कार्य में लापरवाही
पूर्ण कार्य करते हुए मस्टररोल में हस्ताक्षर नहीं करते | जिसके चलते मनरेगा
मजदूरों को सही समय में राशि का भुगतान नहीं हो पा रहा है |
ग्राम पंचायत में ग्राम सभा की मुनादी
होने के बाद भी सचिव पंचायत में अनुपस्थित रहते है एवं ग्राम सभा निर्धारित समय पर
आयोजित नहीं किया जाता है
| वही
सचिव द्वारा
किसी
अन्य दिनांक में ग्रामसभा लिया जाता है जिसके
संबंध में किसी को भी जानकारी नहीं होता है | जिससे ग्राम पंचायतवासियों को शासन
के किसी भी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
वहीं ग्रामसभा में पंच, सरपंच एवं
पंचायतवासियों की अनुपस्थिति में अपने मनमर्जी से प्रस्ताव पारित कर शासन को
गुमराह करने के लिए फर्जी तरीके से पंचायत प्रस्ताव कर कापी जनपद कार्यालय भेजने
का भी काम किया जा रहा है।
सरपंच प्रतिनिधि ने बताया कि सचिव
द्वारा पंचायत में अस्थिरता लाने के लिए वित्तीय अधिकार को अपने पास रख कर पंचो को
भड़काने का भी कार्य किया जा रहा है | जिस कारण से पंचों के बीच में कई बार मतभेद भी
हो गया है। यही कारण है कि 2 नवम्बर 2021 को वर्तमान सरपंच के प्रति अविश्वास
प्रस्ताव लाया गया था, जिसे सरपंच द्वारा पंचो से निवेदन करके अविश्वास प्रस्ताव
को ध्वस्त किया गया।
सरपंच पति मंजीत भास्कर ने सचिव पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा
कि मार्च एकाऊंट के समय पंचायत मद की राशि
को आहरण कर पंच, सरपंच के जानकारी बगैर ही खुद रायपुर से टेबल, कुर्सी एवं अन्य
सामाग्री खरीद लिए | जिसका बिल व्हाऊचर लगाकर पूर्व के पंचायत प्रस्ताव में चढाकर
शेष राशि को सचिव द्वारा गबन कर लिया गया है |
वर्सन,
डीएससी मेरे पास रखा
है मेरी तबियत अभी ठीक नही है मैं इसे लौटा दूंगा, गौठान में गोबर खरीदी कार्य
शुरू है जितने किसानों ने गोबर बेचें है उनका भुगतान हो चुका है | रही बात पंच
सरपंच को धमकाने की तो ऐसी कोई बात नही है साथ ही मुझे हटाने की बात पर लोगों को
कहा है कि सम्बंधित विभाग के बड़े अधिकारी के पास मेरी लिखित शिकायत करने पर ही
हटूंगा, जो भी आरोप मुझपर लगाये है सब निराधार है |
डुगेश्वर
साहू, सचिव ग्राम पंचायत सिंघनपुर (झलप)