नईदिल्ली। पाकिस्तान एक बार फिर दुनिया के सामने हो रही फजीहत से बचने की कोशिश कर रहा है। एक ओर जहां इस्लामाबाद अपनी छवि बचाने की जुगत कर रहा है वहीं दूसरी ओर भारत ने आज पाकिस्तानी राजनयिक को नगरोटा एनकाउंटर से जुड़े दस्तावेज सौंपे हैं।
जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में मारे गए आतंकियों के पास से बरामद क्यू कंपनी के मोबाइल सेट, लोकल जीपीएस और पाकिस्तान में बने वायरलेस सेट इस साजिश में पाकिस्तान के शामिल होने की खुलकर गवाही देते हैं. इस मामले में भारत ने नई दिल्ली में पाकिस्तान के राजनयिक को बुलाकर फटकार भी लगाई, लेकिन पाकिस्तान एक बार फिर से अपने पुराने रवैये पर कायम है.
इन सबूतों को खारिज करते हुए पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में मौजूद भारतीय राजनयिक गौरव अहलूवालिया को समन किया था. अपनी आदत के मुताबिक पाकिस्तान भारत के आरोपों को गलत बताया था और कहा था कि भारत आधारहीन आरोप लगा रहा है.