के एस ठाकुर
राजनांदगांव, 27 नवंबर। केंद्र एवं राज्य सरकार की मजदूर किसान एवं कर्मचारी विरोधी एवं श्रमिक संगठन विरोधी नीतियों के चलते ट्रेड यूनियनों एवं किसान संगठन द्वारा देशव्यापी एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के तहत छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में भी कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने ओवर ब्रिज के नीचे उपस्थित होकर सभा के रूप में धरना प्रदर्शन किया गया।
धरना प्रदर्शन के दौरान केंद्र एवं राज्य सरकार को जमकर कोसते हुए नारेबाजी की गई। यूनियन की प्रमुख मांगों में किसी भी योजना के तहत विभाग में कार्यरत दैनिक श्रमिकों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पंचायत सचिव को नियमित किए जाने एवं न्यूनतम मजदूरी 21000 हजार दिए जाने तथा श्रमिकों को ₹10000 पेंशन दिए जाने, किसान ,श्रमिक एवं मजदूर विरोधी नीतियों को समाप्त करने तथा प्रदेश के कर्मचारियों की रोकी गई महंगाई भत्ता एवं सातवें वेतनमान की एरियर्स राशि शीघ्र प्रदान किए जाने जाने आदि प्रमुख मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया।
संगठन का कहना है कि केंद्र सरकार मजदूर एम किसान विरोधी नीतियां लगातार ला रही हैं राज्य सरकार कर्मचारियों के हितों को अनदेखा कर रही है शासकीय उपक्रम के संस्थाओं को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी कर रही है । जो कि देश श्रमिक एवं कर्मचारी विरोधी है। संगठन की ओर से राज्यपाल के नाम से जिला प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा गया। इस धरना प्रदर्शन में ट्रेड यूनियन श्रमिक संगठन आंगनबाड़ी पंचायत सचिव संयुक्त कर्मचारी मोर्चा के अधिकारी कर्मचारी सदस्य भारी संख्या में उपस्थित रहे।