गरियाबंद, 13 जनवरी। भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश सहसंयोजक आशीष शर्मा ने कहा है कि राज्य की कांग्रेस सरकार की किसान विरोधी नीतियों से किसान त्रस्त है। किसानों को धान बेचने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों को बारदाना उपलब्ध नहीं करा पा रही है, जबकि सरकार की नैतिक जवाबदारी है कि किसानों के धान खरीदी को लेकर पुख़्या इंतजाम करें। उन्होंने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार द्वारा किसानों के साथ वादाखिलाफी और धान खरीदी में व्याप्त अव्यवस्था को लेकर 13 जनवरी को विधानसभा स्तरीय धरना प्रदर्शन आयोजित की गई है। जिसमें उन्होंने राजिम, पांडुका, फिंगेश्वर, छुरा, गरियाबंद मंडल के समस्त कार्यकर्ता, किसान एवं आमजनता से आंदोलन को सफल बनाने समर्थन देने की अपील की है।
श्री शर्मा ने बताया कि 13 जनवरी को जिले के दोनों विधानसभा में धरना प्रदर्शन की जाएगी। राजिम विधानसभा में फिंगेश्वर और बिन्द्रानवागढ़ में देवभोग में धरना प्रदर्शन आयोजित होगी। कहा कि आंदोलन के माध्यम से अपने को किसान हितैषी कहने वाली राज्य की कांग्रेस सरकार से मांग की जाएगी कि गिरदावरी में काटे गए रकबा को जोड़े। तत्काल बारदाना की व्यवस्था एवं किसानों के धान का तीन दिन में भुगतान करें। धान खरीदी का समय एक माह बढाया जाए। घोषणा पत्र के अनुसार दो साल का बोनस दिए जाएं। वन अधिकार पट्टा प्राप्त वनवासियों का धान खरीदा जाए। धान खरीदी की अव्यवस्था के कारण आत्महत्या करने वाले किसानों के परिवारों को 25 लाख सहायता राशि दी जाए।
श्री शर्मा ने कहा कि चुनाव के दौरान कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कई वायदे किए थे, लेकिन सत्ता में आने के दो वर्ष बाद भी पूरे नहीं हो पाए हैं। किसानों के साथ अन्याय किए जा रहे हैं, किसानों से वादा निभाने में कांग्रेस की सरकार असफल हो गई है। धान खरीदी के भुगतान को लेकर किसानों को चक्कर काटना पड़ रहा है।