नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने फरवरी में हुए दिल्ली दंगों से संबंधित मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी है. चार्जशीट के मुताबिक एन्टी सीएए प्रोटेस्ट और एनआरसी के विरोध में शरजील इमाम ने 5-6 फरवरी को JNU के मुस्लिम स्टूडेंट्स को लेकर एक ग्रुप बनाया था जिसका नाम MSJ (मुस्लिम स्टूडेंट जेएनयू) था. इसी ग्रुप के जरिए दिल्ली दंगा भड़काने की साजिश रची गई थी.
चार्जशीट में जिक्र है कि शरजील इमाम द्वारा बनाए गए इस ग्रुप में कुल 70 लोग जुड़े थे, जिनमें ज्यादातर JNU के मुस्लिम स्टूडेंट थे. चार्जशीट के मुताबिक ये ग्रुप बनाया भले शरजील ने था लेकिन दिमाग उमर खालिद का ही था. इस ग्रुप में उकसाने वाली बातें लिखी जाती थीं, दिल्ली में बनें प्रोटेस्ट साइट की पल-पल की खबर और रणनीति तय होती थी.
23 फरवरी को जब उमर खालिद एंटी सीएए प्रोटेस्ट में हिस्सा लेने पटना गया था उसका भी जिक्र इस चार्जशीट में किया गया है. उमर खालिद का पटना दौरा भी इसी साजिश का हिसा था. उमर खालिद ने ताहिर हुसैन खालिद सैफी के साथ शाहीन बाग में दंगों की साजिश के लिए मीटिंग की थी जिसका जिक्र चार्जशीट में किया गया है.
930 पन्नों के इस पूरक आरोप पत्र को यूएपीए की धारा 13 (गैर-कानूनी गतिविधियां), 16 (आतंकवादी गतिविधि), 17 (आतंकवादी गतिविधि के लिये चंदा जुटाना) और 18 (षडयंत्र) के तहत दायर किया गया है. इसके अलावा उन्हें भारतीय दंड संहिता की धारा 120 बी (आपराधिक षडयंत्र) के साथ धारा 109 (उकसाना), 114 (अपराध के समय उकसाने वाले की मौजूदगी), 147 और 148 (दंगा) के तहत आरोपित किया गया है. सूत्रों ने कहा है कि तीनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 341, 353, 395, 419, 419, 427, 435, 436, 452, 454, 468, 471 और 34 भी लगाई गई है.