रायगढ़ । नगर पालिक निगम के पूर्व सभापति एवं भाजपा के वरिष्ठ पार्षद ने वर्तमान में नगर पालिक निगम के काग्रेस के कार्यकाल को पूर्णतः असफल एवं रायगढ़ की जनता के लिए निराशा जनक बताया। विगत 01 वर्ष में नगर निगम के अधिकारी रायगढ़ की जनता से करों की वसूली (यूजर्स चार्ज) सहित के अलावा अन्य विकास कार्यो के प्रति उदासीन रहे। प्रधानमंत्री आवास योजना के निर्मित 1100 मकानों का आबंटन गरीब हितग्राहियों को नही किया गया। अमृत मिशन योजनान्तर्गत बिना किसी योजना के सड़कों में पाईप लाईन बिछाने का काम किया गया जिससे सड़कों की हालत बत्तर हो गई और न ही उनकी मरम्मत की गई।
नगरवासियों को नजूल जमीन में काबीज गरीब हितग्राहियों को पट्टा दिये जाने का झूठा वादा किया गया। एक भी पट्टे प्रदान नही किये गये। ट्रांसपोर्ट नगर की बदहाली को व्यवस्थित करने का काम भी प्रारंभ नही हुआ। विभिन्न 48 वार्डों में अधोसरंचना एवं अन्य मदों से निर्माण कार्य, आगंबाड़ी भवन, सामुदायिक भवन तथा सड़क नाली के निर्माण कार्यों में भेद भाव एवं शौतेला व्यवहार किया गया। कांग्रेस के निर्वाचित पार्षदों के वार्डों में ही निर्माण कार्यों को प्राथमिकता दी गई। केन्द्र सरकार के महत्वकांक्षी आत्मनिर्भर भारत योजनान्तर्गत छोटे लघु व्यवसायि, खोमचे वाले, ठेले वालों किराना स्टोर, चाय ठेले तथा महिलाओं के लघु व्यवसाय के स्थापित करने के लिए केन्द्र सरकार ने 10,000 रूपये की ऋण राशि शहरी आजिविका मिशन योजनान्तर्गत प्रदान किये जाने के कार्यों में भी गती प्रदान नही की गई।
शासन के द्वारा घोषणा पत्र में घोषित वृद्धा पेंशन, निशक्तजनों का पेंशन, विधवा पेंशन की राशि वृद्धि 1500 रूपये किये जाने का वादा पूरा नही किया गया साथ ही शिक्षित बेरोजगारों को 2500 रूपये बेरोजगारी भत्ता दिये जाने का भी वादा भुलाया गया। नगरवासियों को सम्पत्ति कर की दर आधा किये जाने का वादा ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। इससे रायगढ़ शहर की जनता में घोर निराशा है।