महिला स्वस्थ तो परिवार है सुरक्षित
मनेन्द्रगढ़, कोरिया, 5 फरवरी। यदि "आप हैं स्वस्थ तो परिवार है सुरक्षित" जब महिलाएं अपने स्वस्थ के प्रति जागरूक रहेंगी सतर्क और सावधान रहेंगी तो अपने परिवार की देखभाल भी बेहतर से कर पाएंगी। महिलाएं अपने सेहत के प्रति सबसे अधिक लापरवाह देखी जाती हैं।
विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर कैंसर को लेकर जन- जागरूकता के कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यही था कि कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक किया जाए।
नवगठित संस्था "चेतना महिला मंडल" झगराखंड की संस्थापक और प्रथम अध्यक्ष अनामिका चक्रवर्ती ने विश्व कैंसर दिवस पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज कैंसर जैसी घातक जानलेवा बिमारी सबसे अधिक महिलाओं में देखी जा रही है।
महिलाओं में स्तन कैंसर और बच्चेदानी का कैंसर लगातार बढ़ता जा रहा है। इसीलिए बहुत जरूरी हो गया है कि महिलाएं इसके बारे में जाने और सावधान रहें।
कैंसर जैसी बिमारी के प्रति जागरूक हों और थोड़ा भी कुछ असामान्य दिखने पर डाॅ से जांच कराएं और ऐसा करने पर बिलकुल भी लापरवाही न बरतें जरूरी नहीं कि आपको कैंसर ही हो परन्तु जांच से यह साबित हो जाएगा और यदि कैंसर जैसे कोई भी बात दिखाई दे तो समय पर इलाज शुरू हो सकेगा और मरीज़ की जान भी बचेगी। कैंसर की बिमारी ठीक होने के लिए एक बहुत बड़ी आर्थिक कीमत की माँग करती है परन्तु यदि समय पर , शुरूआती दौर में ही इलाज संभव हो तो आर्थिक भार भी कम आता है।
आज बहुत जरूरी है कि आप अपनी बेटियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखें जिससे भविष्य में वे ऐसी किसी भी बिमारी से मुक्त रहें इसके लिए उन्हें जागरूक करें ताकि वे भविष्य में स्वस्थ रहें ।
अनामिका ने पुरूषों से भी अपील की है कि वे अपने घर की महिलाओं के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें और उनके साथ हो रहे किसी भी प्रकार के शारीरिक असामान्य समस्या के बारे में उनसे खुलकर बात करें क्योंकि अधिकतर महिलाएं अपने स्वास्थ्य को लेकर घर के पुरूषों की अनदेखी को देखते हुए खुद भी लापरवाह हो जाती है जिससे समस्या अधिक बढ़ जाने पर मरीज समेत पूरा परिवार को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
साथ ही अनामिका ने सभी से यह भी अपील किया है कि महिलाएं मासिक धर्म के समय बाजार में उपलब्ध सेनेटरी पैड का उपयोग बंद करे और घर में ही सूती कपड़े के बनाए पैड इस्तेमाल करें और अपनी बेटियों को भी सूती कपड़े का ही इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करें इससे बच्चेदानी की किसी भी प्रकार की बीमारी से बचा जा सकेगा और ये इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा।
अब तो बाजार में भी सूती कपड़े से बने सेनेटरी पैड के विज्ञापन आने शुरू हो गये हैं और यह यही साबित करता है कि हम अपने पुराने तरीके एक बार फिर से अपनाकर अपने स्वास्थ्य को ठीक रखने में खुद की मदद करें।
इसलिए घर के पुरुष सदस्य इसपर ध्यान रखें ताकि भविष्य में बड़ी मुसीबत और बड़े खर्चे से बचा जा सके।
ज्ञातव्य है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार वर्ष 2020 में स्तन कैंसर के 23 लाख मामले सामने आए हैं जो कुल मामलों का 12 प्रतिशत है।
हम लक्ष्य तय करें कि इस कैंसर को लेकर लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करें जिससे हमारी आने वाली पीढ़ी इस घातक रोग से मुक्त जीवन जिएं।
इस अवसर पर सुधा पांडे,मंजू पांडे,अमरलता पांडे,राम शोभा पांडे,भावना मनथंवार उषा सेन, कमला पूनम साहनी,पूजा चौधरी,संजू राय, शोभा शर्मा चांद,आरती शिवहरे लीजी रोमा पांडे, मीरा यादव, नैना यादव,श्रेया शिवहरे,आरती शिवहरे,कौशल्या चौहान,रजनी,रमा,धनमत, रामबाई, और नीलम सोनी उपस्थित रहे।