डॉ श्रीमती मृणालिका ओझा की सचित्र कहानी पुस्तिका "पानी का मान" विमोचित
नारायणी साहित्य अकादेमी एवं चरामेति फाउंडेशन का संयुक्त आयोजन
रायपुर, 10 जनवरी। विश्व हिन्दी दिवस 10 जनवरी 2021 के उपलक्ष्य में नारायणी साहित्य अकादेमी एवं चरामेति फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में चावडा फार्म हाउस,ग्राम गोमची में आयोजित एक कार्यक्रम में डॉ मृणालिका ओझा की राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित बालोपयोगी सचित्र पुस्तिका "पानी का मान" का विमोचन खेतिहर मजदूर परिवार के बच्चों चुलबुली, करण, आकाश, पंडित, जितेन्द्र, महेश, पिंकी, तन्नु के करकमलों से संपन्न हुआ। इस अवसर पर उपस्थित समस्त बच्चों को नये खिलौने एवं मिठाई भी दी गई।
लेखिका डॉ मृणालिका ओझा ने इस अवसर पर कहा कि 'पानी का महत्व हमेशा ही रहा है। पानी को संरक्षित करने की होने वाली बातों से ही पता चलता है कि हम सब पानी का सम्मान, मितव्ययिता से उपयोग तो करते ही नहीं है अपितु उसे बर्बाद ज्यादा करते हैं। यदि हम पानी को साफ़ और स्वच्छ रखेंगे तो हो सकता है 'बोतलबंद' पानी की भी जरूरत न पड़े।
कार्यक्रम के संचालक राजेन्द्र ओझा ने चरामेति फाउंडेशन के सेवा कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि श्रीमती पारूल विजय चावडा के संयोजकत्व में आयोजित यह कार्यक्रम श्रीमती पद्मा बेन, पुष्पा सांगाणी , मधु संगोई, पूनम दोशी, राधा चौहान, कोकिला कोटक, हंसा भट्ट, रश्मि सिन्हा, दिव्या सोलंकी, गार्गी अरोरा, कल्पना राठोड, विजय चावडा, नरेन्द्र सांगाणी, जितेन्द्र दोशी, जितेन्द्र भट्ट, राजेश चौहान, प्रकाश कोटक, महेन्द्र राठोड, भरत माखिजा, श्याम सहाय, निलेश अग्रवाल, कुलदीप सिंह होरा आदि की उपस्थिति एवं सहयोग से संपन्न हुआ।