मुंबई। 26 नवंबर, 2008 की रात को एक ऐसी घटना घटी जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। उस रात दस आतंकवादीयो ने मुंबई में एक साथ पांच जगहों पर हमला किया जिसमे 140 भारतीय और 25 विदेशी पर्यटकों ने अपनी जानें गवाई। यह हमला इतना भयावक था की उन आतंकवादियों ने सिर्फ भारत ही नहीं पुरे विश्व एक डर का माहौल पैदा कर दिया।
यह हमला इतना सफल इसलिए हुआ क्योंकी 2006 में एक पाकिस्तानी-अमेरिकन जिहादी जिसका नाम डेविड हेडली था, उसे लश्कर-ए-तैयबा ने एक रेकनासान्स एजेंट के रूप में मुंबई भेजा था। वह तीन साल तक मुंबई की यात्रा करता रहा। उसके भेजे गए फोटो और वीडियो ने ही लश्कर के लिए एक सटीक प्लान तैयार किया जो उनके लिए सफल रहा और भारत के लिए दुःख और दर्द का कारण बना।
इस मुंबई हमले को 26/11 नाम दिया गया है और आज इस हमले को 13 साल हो चुके है, हमारा देश आज भी उन सभी शहीदों को याद किया जाता है जिन्होंने इस हमले पर अपनी जान गवाई थी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज 26/11 के मुंबई आतंकी हमलों में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि हमारा राष्ट्र हमेशा शहीदों के बलिदानो को याद रखेगा जो इन हमलों में मारे गए थे।