भारतीय राजनीति की लोकप्रिय नेता, कुशल वक्ता और भाजपा की वरिष्ठ नेता रहीं सुषमा स्वराज की जयंती है। उनका जन्म 14 फरवरी, 1952 को पंजाब के अंबाला में हुआ था। स्वराज ने मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान विदेश मंत्री का पद संभाला था। स्वास्थ्य कारणों की वजह से उन्होंने 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। विदेश में फंसे भारतीयों की मदद के लिए वह हमेशा तत्पर रहती थीं।
संसद और संसद के बाहर उनके भाषण हमेशा लोगों को आकर्षित करते थे। हाज़िर जवाबी में भी उनका कोई मुक़ाबला नहीं था। कुछ लोग तो उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी के बाद भारतीय जनता पार्टी की सबसे बेहतरीन वक्त़ मानते थे तो कई उन्हें इंदिरा गांधी के बाद देश की सबसे सफल महिला राजनेता मानते थे।
सुषमा स्वराज की फैमिली
सुषमा स्वराज का विवाह श्री स्वराज कौशल से हुआ था. ये दोनों एक दूसरे को अपने कॉलेज के टाइम से ही जानते थे।उनके पति स्वराज ।कौशल भारत के सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ वकील हैं जो कि 34 साल की उम्र में सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील बनने वाले पहले व्यक्ति थे।
स्वराज कौशल ने वर्ष 1990 से वर्ष 1993 तक मिज़ोरम के राज्यपाल के रूप में कार्य किया था। वह 1998-2004 तक संसद के सदस्य रहे थे। सुषमा स्वराज और स्वराज कौशल की एक बेटी है बांसुरी स्वराज है जो कि खुद एक वकील है उनकी बेटी ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी से लॉ में स्नातक है।
सुषमा स्वराज का राजनीतिक करियर
1. सुषमास्वराजपेशे से एक वकील थी लेकिन उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1970 के दशक में छात्र नेता के रूप में की थी।
2. वह मात्र25 वर्ष की उम्र में हरियाणा विधानसभा के सदस्य के रूप में (वर्ष 1977 – 82) चुनी गयीं थीं. हालाँकि वे 1987- 90 की में अवधि फिर से से नियुक्त हुईं थीं।
3. वह हरियाणा सरकार में 1977- 79 तक श्रम और रोज़गार विभाग में कैबिनेट मंत्री थीं इसके अलावा 1987-90 की अवधि में हरियाणा सरकार में शिक्षा, खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग में कैबिनेट मंत्री भी रह चुकीं थीं।
4. सुषमा स्वराज1990 में पहली बार राज्यसभा के सदस्य के रूप में चुनी गईं और 1996 में दक्षिण दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से 11वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित होने तक वहीं रहीं. कुल मिलाकर वह 7 बार संसद सदस्य और 3 बार विधान सभा सदस्य रहीं थीं।
5. सुषमावर्ष1996 में केंद्रीय मंत्रिमंडल की सूचना और प्रसारण मंत्री थीं।
6. मार्च1998 मेंउन्हें दूसरी बार दक्षिण दिल्ली संसदीय क्षेत्र से 12वीं लोकसभा के लिए फिर से चुना गया था।
7. वर्ष2014 केभारतीय आम चुनाव में, उन्होंने मध्य प्रदेश में विदिशा निर्वाचन क्षेत्र से दूसरे कार्यकाल के लिए जीता, 400,000 से अधिक मतों के अंतर से अपनी सीट बरकरार रखी थी।
8. सुषमा स्वराज26 मई 2014 से 30 मई 2019 तक भारत की विदेश मंत्री रहीं।
सुषमा जी की अन्य उपलब्धियाँ
1. 977: सुषमा स्वराज25 साल की उम्र में भारत की सबसे कम उम्र की कैबिनेट मंत्री बनीं थी।
2. 1979: 27 वर्षकीआयु में सुषमा स्वराज हरियाणा में जनता पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष बनीं थीं।
3. सुषमा स्वराज के पास राष्ट्रीय स्तर की राजनीतिक पार्टी की पहली महिला प्रवक्ता बनने का रिकॉर्ड है।
4. सुषमा स्वराज को हरियाणा राज्य विधानसभा द्वारा सर्वश्रेष्ठ स्पीकर का पुरस्कार दिया गया था।
5. सुषमा स्वराज को 2008 और 2010 में दो बार सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार दिया गया था।
6. 21 दिसंबर2009 कोवह श्री लाल कृष्ण आडवाणी की जगह पर पहली बार पहली महिला नेता विपक्ष बनीं थीं।
7. वह13 अक्टूबर से 3 दिसंबर, 1998 तक दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री भी रहीं थीं।
निष्कर्ष में यह कहना ठीक होगी कि वह एक महान वक्ता, एक विनम्र इंसान और एक महान भारतीय राजनीतिज्ञ थीं. उन्हें आगे आने वाली पीढ़ियाँ उनकी उत्कृष्ट भाषा शैली के लिए हमेशा याद करेंगीं।