नारायणपुर । जिले के आमदई में विगत 04 दिनों से ग्रामीण पारम्परिक हथियार के साथ आमदई खदान को बंद करने एवं आमदई की पहाड़ी पर तैनात पुलिस कैंप को हटाने की मांग को लेकर डटे हुए हैं।
शनिवार को ग्रामीणों से बातचीत कर समझाने के लिए एसडीएम अपनी टीम के साथ पहुंचे थे, लेकिन ग्रामीणों और एसडीएम के बीच वार्ता विफल रही और ग्रामीणों ने आज रविवार से नारायणपुर ओरछा मार्ग पर चक्काजाम कर दिया है। इसके साथ ही नक्सलियों के दबाव में ग्रामीणों द्वारा मजबूरन आंदोलन के लिए बाध्य होने की बात स्थानिय स्तर से निकलकर आ रही है। ग्रामीणों का कहना है कि धौड़ाई में 05 दिन चले आंदोलन को जिला प्रशासन ने राज्य सरकार तक हमारी बात पहुचाने और सरकार से मिली जानकारी को 15 दिनों में बताने की बात कही थी, लेकिन प्रशासन ने इस ओर कोई पहल नहीं की तो हमे फिर से आंदोलन के लिए उतरना पड़ा।
ग्रामीणों ने कहा कि पिछली बातचीत के बाद आमदई खदान के दस्तावेज देने और उसके अध्ययन के लिए कर एक माह बाद फिर बातचीत करने की बात हुई थी, साथ ही इस दौरान आमदई खदान में कार्य बन्द रहने की बात कही गई थी, लेकिन जब हमारे लोगो ने यहां 29 दिसम्बर को देखा तो पुलिस कैम्प पहाड़ी पर तैनात है, और निकों कम्पनी के लोग वहां मौजूद थे। जिसके बाद सभी ग्रामीणों ने निर्णय लिया कि जब तक पुलिस पहाड़ी से नहीं उतरेंगे तक तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा।