पटना। बिहार में सरकार के गठन के लगभग डेढ़ महीने के बाद भी मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर जारी अटकलों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि पहले इतनी देर नहीं होती थी, शुरू में ही यह काम कर लिया जाता था, जब सबकी सहमति होगी तक कैबिनेट का विस्तार होगा।
जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री कुमार ने शुक्रवार को यहां सात निश्चय पार्ट दो के तहत के तहत हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने की योजना तथा मद्य निषेध से संबंधित समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों के गुरुवार को बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रभारी भूपेंद्र यादव, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. संजय जायसवाल, उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी केे साथ हुई उनकी बातचीत के बारे में पूछने पर कहा कि कल हुयी मुलाकात में मंत्रिमंडल विस्तार के संबंध में कोई बातचीत नहीं हुयी है। कल की मुलाकात में सहज बातचीत हुयी है, कोई राजनीतिक बातचीत नहीं हुयी है।
श्री कुमार ने कहा, “हमने आज अखबार में मंत्रिमंडल विस्तार की छपी खबर को देखा था। कैबिनेट के विस्तार में पहले इतनी देर कहां होती थी। पहले हमलोग शुरू में ही कैबिनेट विस्तार कर लेते थे। जब सबकी सहमति होगी तो मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। अभी तो कैबिनेट में कुल मिलाकर 14 लोग हैं। बिहार के विकास के लिये हमलोग काम कर रहे हैं और जो हमलोगों का लक्ष्य है, उन सब चीजों पर कल बातचीत हुई है।
पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को एक बार फिर से बिहार बुलाने की कोशिश के बारे में पूछे जाने पर कहा कि इसकी कोई जानकारी नहीं है। यह तो भाजपा के हाथ में है। उन्होंने कहा कि मोदी से उनका पुराना संबंध है। हमलोग बहुत दिनों तक एक साथ काम कर चुके हैं।