दंतेवाड़ा। जिले धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में समस्त अतिथि शिक्षकों को शिक्षा के कार्य से हटाए जाने पर सभी अतिथि शिक्षक मुख्यालय में दुर्गा मंच पर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठ अपनी मांगों को शासन प्रशासन के समक्ष रखा।
अतिथि शिक्षकों का कहना है कि कोरोना कॉल में जिस प्रकार हमें हटाया गया है यह नियम के विरुद्ध है और हम सब अतिथि शिक्षक बेरोजगार हो गए हैं अधिकांश अतिथि शिक्षक अंदरूनी क्षेत्रों में कार्यरत थे जो कि विषम परिस्थितियों में भी नदी नाले पार कर गांव-गांव में जाकर शिक्षा की अलख जगा रहे थे आज कोरोना काल में हमें हटा दिया गया है जिससे हमें अपना परिवार चलाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है हम सभी अतिथि शिक्षक सरकार व प्रशासन से निवेदन करते हैं कि हमें नियमित कर रखा जाए
जिसके लिए अतिथि शिक्षक संघ ने कई बार कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा है परंतु आज पर्यंत तक कोई निर्णय नही लिया गया जिसके कारण हम सब अतिथि शिक्षक अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठने पर मजबूर हुये हैं।
प्रमुख माँगे-
1.स्थानीय अतिथि शिक्षकों की सेवा बहाली तत्काल किया जाये।
2.सभी स्थानीय अतिथि शिक्षक को कोरोनकाल में निर्मित आर्थिक स्थिति को देखते हुये 8 माह का मानदेय दिया जावे। 2014 से अब तक जो स्थानीय अतिथि शिक्षक की नियुक्ति हुई है उन्हें यथावत रखा जाये।
3.हरियाणा और दिल्ली के तर्ज पर स्थानीय अतिथि शिक्षक विधेयक 2020 लाया जाये जिसमें 62 वर्ष की आयु तक सेवा सुरक्षित करें।