खरसिया, 13 जनवरी। सिद्धेश्वर भोलेनाथ के दरबार ग्राम बरगढ़ में 7 जनवरी से पावन भगवत् गंगा प्रवाहित हो रही है। वहीं दिन प्रतिदिन भागवत कथा श्रवण करने हेतु श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ रही है।
आडंबर से दूर तथा देवालयों एवं नदी पर्वतों के बीच प्राकृतिक स्थान पर बरगद के विशाल वृक्ष के नीचे व्यासगद्दी पर पंडित दिव्यानंद तिवारी के मुखारविंद से कथा के पंचम दिवस पूतना उद्धार, श्रीकृष्ण की बाललीला, बकासुर उद्धार, कालिया दहन तथा गोवर्धन पूजन का वृतांत सुनाया गया। मधुर संगीत तथा ऋषियों के आश्रम की तरह पावन एवं मनोहारी वातावरण ने पूरे अंचल को श्रद्धा से सराबोर कर दिया है। ऐसे में कथा श्रवण हेतु अनेक गांव से महिलाओं तथा श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा है।
कार्यक्रम की व्यवस्था के लिए चूणामणी जायसवाल, तिहारू जायसवाल, जयप्रकाश डनसेना, रामखिलावन जायसवाल, नेतराम पटेल, सुरेन्द्र पटेल, डमरूधर जायसवाल, परमानंद जायसवाल, शेष जायसवाल, भोला जायसवाल, चन्द्रिका साहू, शिव डनसेना, लक्ष्मीनारायण, शंकर वैष्णव सहित अन्य का सहयोग मिल रहा है।