नारायणपुर, 20 फरवरी। दिशा APPI परियोजना के वालेंटियर साथी प्राथमिक शालाओं मे अध्ययनरत गोंडी भाषी बच्चों को साप्ताहिक अतिरिक्त क्लास ले कर गोंडी भाषा ,संस्कृति ,गोटुल व्यवस्था एवं सांस्कृतिक आयोजनों पर होने वाले पारंपरिक नृत्य गीतों तीज त्योहारों के बारे मे बताऐंगे साथ ही विषय अध्ययन मे विशेष रूप से मूलतः गोंडी भाषी होने के कारण हिंदी पढ़ने समझने मे कठिनाई महशुस करते है उन्हें किताबी अध्ययन और विषय ज्ञान कराऐंगे । दिशा समाज संस्था द्वारा गोंडी संस्कृति एवं गोटुल पुर्नउत्थान विषय पर आयोजित कार्यशाला मे बोलते हुए संस्था सचिव केशव शोरी ने कहा कि भारत ही नही ब्लकी समुचे दुनियाँ में आदिवासी ज्ञान व परंपरा की एक अलग पहचान हैइस से हमें गर्व होना चाहिए ।
कार्यशाला के प्रशिक्षक उर्मिला कांगे, सोनू नुरेटी, सुरज नेताम, नरसिंह मंडा़वी रहे तथा समाज सेविका कु.सोनवारी एवं रामजी नुरेटी का सहयोग रहा । कार्यक्रम नारायणपुर के बिंजली एवं ओरछा के कुरूसनार गांव मे सम्पन्न हुए ।