बजट पेश होने के बाद विभागवार चर्चा की शुरुआत होगी
रायपुर, 21 जनवरी। छत्तीसगढ़ विधानसभा के प्रमुख सचिव चंद्रशेखर गंगराड़े ने अधिसूचना जारी की है। अधिसूचना के मुताबिक, विधानसभा का बजट सत्र 22 फरवरी से 26 मार्च तक रहेगा। इस सत्र में कुल 24 बैठकें होंगी। इस सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण, वित्तीय कार्य के साथ साथ ही शासकीय कार्य संपादित किए जाएंगे। दरअसल, 28 मार्च को होलिका दहन है, इसलिए 26 मार्च तक सत्र का समापन होगा। सीएम भूपेश बघेल मार्च के पहले हफ्ते में तीसरा बजट पेश करेंगे। संसदीय कार्य विभाग और विधानसभा सचिवालय ने इस संबंध में तैयारी शुरू कर दी है। शीत सत्र के समापन भाषण में ही विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी ने फरवरी के अंतिम हफ्ते में बजट सत्र बुलाने के संकेत दिए थे।
संसदीय कार्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक 22 फरवरी से 26 मार्च तक करीब 32 दिन का सत्र बुलाने की तैयारी है। इस बीच 11 मार्च को महाशिवरात्रि है। गुरुवार को होने की वजह से अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इस बीच एक दिन की छुट्टी रहेगी या उससे अधिक की छुट्टी देंगे। शीतकालीन सत्र की तरह बजट सत्र भी हंगामेदार होने के संकेत हैं। धान खरीदी से लेकर किसानों की आत्महत्या, पलायन, भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था, कर्ज जैसे मुद्दों पर भाजपा सरकार काे घेरेगी। हालांकि सत्र के पहले हफ्ते में ही ज्यादातर प्रमुख मुद्दे उठाए जाएंगे। बजट पेश होने के बाद विभागवार चर्चा की शुरुआत होगी। पिछले साल मार्च में कोरोना की शुरुआत हुई थी। इसके करीब सालभर बाद सरकार का बजट आएगा। इस बार बजट में कटौती की बातें सामने आ रही हैं। हालांकि वित्त विभाग से जुड़े अधिकारियों का यह भी कहना है कि दिसंबर के बाद आर्थिक स्थिति में सुधार आया है, इसलिए बजट का आकार एक लाख करोड़ से नीचे नहीं जाएगा।
कोविड 19 को देखते हुए सत्र के दौरान विधायकों को वैक्सीन लगाने की बातें भी सामने आ रही हैं। हालांकि इस पर विधानसभा स्पीकर डॉ. चरणदास महंत, सीएम भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव चर्चा कर फैसला लेंगे। मालूम हो कि अब तक स्पीकर डॉ. महंत समेत करीब 30 विधायक कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं।