जानलेवा महामारी के प्रभाव से अमेरिका की नर्स हीं बच सकी। आठ महीनों से वह कोरोना वायरस मरीजों की सेवा में लगी रही। लेकिन इस दौरान वो संक्रमण और उसके प्रभाव की वजह से नर्स के चेहरे और शरीर में कई बदलाव आ गए। जिसके बाद उसने खुद की तस्वीरें शेयर कर लोगों को बताया कि इन 8 महीनों में कोरोना ने कैसे नर्स की पूरी सूरत ही बदल डाली।
करीब दस महीनों से लगातार दुनिया भर के डॉक्टर और नर्स निजी और सरकारी अस्पतालों में बिना थके रोगियों के इलाज में जुटे हुए हैं. चौबीसों घंटे स्वास्थ्य सेवाओं के बावजूद भी रोगियों की संख्या दुनिया के कई हिस्सों में लगातार बढ़ती जा रही है. कोरोना वायरस को एक युद्ध मान लें तो डॉक्टर, नर्स और चिकित्सा सहायक घातक युद्ध से निपटने के लिए उपकरणों से लैस होकर युद्ध के मैदान पर सैनिकों की तरह लड़ रहे हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि हर दिन 10-12 घंटे के लिए मास्क और दस्ताने के साथ प्लास्टिक सूट पहनने से उन्हें कितनी दिक्कत होती है.
टेनेसी की एक नर्स ने आठ महीने तक COVID-19 के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर काम करने के प्रभाव और शारीरिक तकलीफों को उजागर करने के लिए पहले और बाद की तस्वीरों को साझा किया है. टेनेसी राज्य में पहले से ही 4,200 से अधिक मौतों के साथ 3,30,000 से अधिक कोरोना संक्रमण के मामले दर्ज हो चुके हैं.
आठ महीने की खींची गई तस्वीरों से पता चलता है कि काम का तनाव उस पर कितना हावी हो गया है. पहली तस्वीर में 27 वर्षीय नर्स को मुस्कुराते हुए और उसके स्नातक होने के बाद दिखाया गया है जबकि दूसरी तस्वीर में पीपीई किट और मास्क पहनने से लेकर घंटों काम करने के बाद उसके चेहरे पर आए निशानों को दिखाया गया है.
